भारत के मध्यम वर्ग में आय बढ़ने और खान-पान में आए बदलाव के चलते शारीरिक सक्रियता में भारी कमी आई है जिसके चलते यहां कैंसर और हृदय रोगियों की संख्या सर्वाधिक हो गई है।
दीर्घ बीमारियों से जुड़े विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अधिकारी डाक्टर टिमोर्थी आर्मस्ट्रांग ने बताया भारत में शारीरिक क्रियाशीलता में आई भारी कमी आई है। भारत में शारीरिक गतिविधियों के महत्व संबंधी प्रचार प्रसार को लेकर यह बेहतर अवसर है। उन्होंने कहा कि लोगों को शारीरिक गतिविधियों में खुद को सक्रिय रखना होगा और सरकार को ऐसी नीतियां बनानी होंगी ताकि लोगों को हृदयरोग, मधुमेह और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाया जा सके। वैश्विक स्तर पर सूचना प्रौद्योगिकी का केन्द्र कहे जाने वाले भारत में काम की सुस्त रफ्तार और शारीरिक रूप से अक्रियाशील मध्यवर्ग, अधिक कैलोरी वाले फॉस्टफूड का सेवन कर रहा है। इससे भारत कैंसर और हृदयरोगियों की सर्वाधिक संख्या वाला देश बनता जा रहा है।
यह ब्लॉग पूर्णतयः हिंदी में है जो की आप को स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारियां प्रदान करता है, इन सभी जानकारियों का श्रोत विभिन्न प्रकार की वेबसाइट हैं यह सभी जानकारियां यहाँ पर एकत्रित की जाती हैं जो की आप उनका लाभ उठा सके !
Sunday, September 25, 2011
Saturday, September 24, 2011
दिमाग में छिपा है जीवों के प्रति प्रेम का राज
वैज्ञानिकों ने कहा है कि जीव जंतुओं के प्रति प्रतिक्रिया करने का राज दिमागी गुत्थियों में छिपा होता है। इसी कारण किसी व्यक्ति को सांप या मकड़ी जैसे जीव जंतु खौफनाक लगते हैं तो किसी को ये अत्यंत प्यारे नजर आते हैं।
कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि जीव जंतुओं के प्रति प्रतिक्रिया करने की कुंजी मस्तिष्क के एक हिस्से में छिपी होती है। इसी के चलते किसी व्यक्ति को जानवर सुंदर तो किसी को बदसूरत और खतरनाक लगते हैं।
अध्ययन में अनुसंधानकर्ताओं ने मिरगी के मरीजों को महत्वपूर्ण जगहों और जानवरों या वस्तुओं की तस्वीरें दिखाईं। इन लोगों के शरीर का संपर्क तार से रखा गया, ताकि उनके मस्तिष्क में होने वाली गतिविधियों को देखा जा सके।
अनुसंधानकर्ताओं ने रोगियों के प्रमस्तिष्कखंड की गतिविधि की निगरानी की जो भावनाओं, डर और गंध की अनुभूति से जुड़ा होता है। अध्ययन परिणामों के लेखक फ्लोरियन मोरमन के हवाले से लाइवसाइंस ने कहा है कि हमारे अध्ययन से पता चलता है कि मानव प्रमस्तिष्कखंड में मौजूद न्यूरॉन तस्वीरों के प्रति अधिमान्य ढंग से प्रतिक्रिया करते हैं।
उन्होंने कहा कि आश्चर्यजनक ढंग से हमने यह प्रतिक्रिया व्यवहार केवल दाहिने प्रमस्तिष्कखंड में पाया, न कि बाएं क्षेत्र में।
कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि जीव जंतुओं के प्रति प्रतिक्रिया करने की कुंजी मस्तिष्क के एक हिस्से में छिपी होती है। इसी के चलते किसी व्यक्ति को जानवर सुंदर तो किसी को बदसूरत और खतरनाक लगते हैं।
अध्ययन में अनुसंधानकर्ताओं ने मिरगी के मरीजों को महत्वपूर्ण जगहों और जानवरों या वस्तुओं की तस्वीरें दिखाईं। इन लोगों के शरीर का संपर्क तार से रखा गया, ताकि उनके मस्तिष्क में होने वाली गतिविधियों को देखा जा सके।
अनुसंधानकर्ताओं ने रोगियों के प्रमस्तिष्कखंड की गतिविधि की निगरानी की जो भावनाओं, डर और गंध की अनुभूति से जुड़ा होता है। अध्ययन परिणामों के लेखक फ्लोरियन मोरमन के हवाले से लाइवसाइंस ने कहा है कि हमारे अध्ययन से पता चलता है कि मानव प्रमस्तिष्कखंड में मौजूद न्यूरॉन तस्वीरों के प्रति अधिमान्य ढंग से प्रतिक्रिया करते हैं।
उन्होंने कहा कि आश्चर्यजनक ढंग से हमने यह प्रतिक्रिया व्यवहार केवल दाहिने प्रमस्तिष्कखंड में पाया, न कि बाएं क्षेत्र में।
Subscribe to:
Posts (Atom)